Marriage in 17 Minute [kya hai, dowry free India, dowry free marriage] 17 मिनट में विवाह [दहज मुक्त भारत]
क्या आपने कभी ऐसा विवाह देखा है जिसमें दूल्हा और दुल्हन सामान्य रूप से वेशभूषा में नहीं थे? जहां हल्दी, मंडप और अन्य परंपराओं की बजाय, विवाह पूर्ण परमात्मा के साक्षात्कार में हुआ था? जहां दहेज का कोई स्पर्श नहीं था? ऐसे अनगिनत विवाह हुए हैं। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सम्प्रेरणा से होने वाले विवाह अद्वितीय हैं, जिनमें बिना शोर-शराब के, सामान्य वेशभूषा में हुआ था।
Marriage in 17 Minutes (17 मिनट में विवाह)
यह एक उत्कृष्ट विधि के हैं ये विवाह। ये वेदों के आधार पर होते हैं और इसी तरह आदिशक्ति ने अपने तीनों पुत्रों, ब्रह्मा, विष्णु और महेश के विवाह किए थे। इस विवाह में पूर्ण परमेश्वर कविरदेव के साथ सम्पूर्ण देवी-देवताओं का समान्य रूप से साक्षात्कार किया जाता है। इससे पूर्ण परमेश्वर हमेशा उपस्थित रहते हैं, और विवाहित जोड़े को सभी देवी-देवता सहायता करते हैं। इस तरह के दहेजमुक्त विवाहों ने बेटियों के जीवन को आसान बना दिया है।
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दहेजमुक्त भारत को सिर्फ़ संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से ही संभव हुआ है। विवाहों में बेकार खर्चों को रोकने और समाज में फैली गलत कुरीतियों को खत्म करने के लिए सरकार ने कई कानून बनाए, लेकिन वे सब असफल रहे। इस कार्य को सिर्फ़ तत्वज्ञान के बिना संभव नहीं था। यह तत्वज्ञान केवल किसी तत्वदर्शी संत ही प्रदान कर सकता है, और पूर्ण तत्वदर्शी संत केवल एक होते हैं, जिनका तत्वज्ञान नशा, दहेज, चोरी, भ्रष्टाचार आदि से मुक्ति दिला सकता है। तत्वज्ञान के बाद, व्यक्ति खुद ही इन सभी दोषों से दूर होने लगता है और अपने कर्मों के परिणामों को समझता है।
यह संभव है केवल जब कोई संत पूर्ण तत्वदर्शी हो। संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान के कारण, आज लोग स्वयं ही दहेज लेने से इनकार कर देते हैं। नशाखोरी से दूर हैं, और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को रिश्वत देना भी मुमकिन नहीं है। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान इतना उत्कृष्ट है कि लालच, मोह, लोभ से व्यक्ति स्वयं ही दूर हटने लगता है।
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मोक्ष सिर्फ़ तत्वज्ञान
इस दहेजमुक्त अद्भुत विवाह (17 मिनट में विवाह) को केवल एक व्यवस्था के रूप में माना जा सकता है। तत्वज्ञान ने लोगों के जीवन को सरल और सुखमय बना दिया है। लोग संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान से प्रेरित होकर उनसे नामदीक्षा लेकर अपने मोक्ष की प्राप्ति कर रहे हैं। क्योंकि मोक्ष केवल तत्वदर्शी संत की शरण में ही संभव है। अधिक जानकारी के लिए सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल देखें।
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रमेणी विवाह क्या होता है?
यहां पर, शादियों में फिजुलखर्ची को रोकने और समाज में फैली गलत कुरीतियों को खत्म करने के लिए सीधी ट्रस्ट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस प्रक्रिया को रमेणी परंपरा कहा जाता है। इसके तहत, शादी को सामान्य तरीके से सम्पन्न किया जाता है, जहां संत रामपाल जी के प्रवचन भी होते हैं, और साथ ही शादी की सम्पूर्ण रस्में भी पाली जाती हैं। संत रामपाल जी के शिष्यों ने इसे एक सकारात्मक संदेश के रूप में समाज में प्रस्तुत किया है, बिना किसी अपव्यय के एक साधारण वेशभूषा में विवाह करके।
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