Maheshwer Peri Vs Vivek Vindra: महेश्वर पेरी कौन हैं, जिन्होंने उड़ाए सबके होश विवेक बिंद्रा ने दो साल में 302 करोड़ कमाये

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Maheshwer Peri Vs Vivek Vindra: महेश्वर पेरी कौन हैं, जिन्होंने उड़ाए सबके होश विवेक बिंद्रा ने दो साल में 302 करोड़ कमाये महेश्वर पेरी कौन हैं (जन्म, शिक्षा, शुरुआती जीवन, आईआईपीएम को बंद करवाने की कहानी, लेटैस्ट न्यूज़) Maheshwar Peri (Birth, Education, Early Life, exposed IIPM, Latest News)


महेश्वर पेरी का जन्म अगस्त 1969 में आंध्र प्रदेश के एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता सरकारी नौकरी करते थे और उनका शिक्षा से महत्वपूर्ण संबंध था । महेश्वर पेरी ने अपनी मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्यों को पूरा किया और आज वे एक सफल शिक्षाकर्मी और व्यापारी हैं।

महेश्वर पेरी जीवनी/ बायोग्राफ़ि (Maheshwar Peri’s Biography):

प्रकारजानकारी
पूरा नाममहेश्वर पेरी
जन्म तिथिअगस्त 1969
जन्म स्थानआंध्र प्रदेश, भारत
पिता का नामनहीं उपलब्ध
शिक्षास्नातक, चार्टर्ड अकाउंटेंट्सी
करियरपत्रकारिता, मीडिया, उद्योग
प्रमुख उपलब्धियाँकैरियर्स 360 फाउंडर, किताबें लिखी
संगठनआउटलुक, आईआईपीएम

महेश्वर पेरी का जन्म (Maheshwar Peri’s Birth):


महेश्वर पेरी का जन्म अगस्त 1969 को आंध्र प्रदेश के एक सामान्य परिवार में हुआ। महेश्वर ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और पांच साल तक हॉस्टल में भी रहे। उनकी पढ़ाई का पैसा पूरी तरह से आंध्र प्रदेश सरकार की तरफ से दिया जाता था, और उनका हॉस्टल भी सरकारी फंड से चलता था।

महेश्वर का कहना है कि इंटरमीडिएट से ग्रेजुएशन तक के पांच वर्षों में उन्होंने काफी संघर्ष किया। उन्होने एक इंटरव्यू मे बताया की वें 10 दिन की छुट्टी के बावजूद घर नहीं जा सकते थे क्योंकि उनके पास घर जाने के लिए पैसे नहीं थे।

महेश्वर पेरी की शिक्षा (Maheshwar Peri’s Education):


महेश्वर पेरी ने अपनी शिक्षा को महत्व दिया और उन्होंने गणित और अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। जब पेरी 17 वर्ष के थे, तब उनके पिता की मृत्यु हो गई और उनके रिश्तेदारों ने सुझाव दिया कि उन्हें स्कूल छोड़ देना चाहिए और सरकारी नौकरी करनी चाहिए। उन्हें सिविल कोर्ट में अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिल सकती थी, लेकिन पेरी ने पढ़ाई का मार्ग अपनाया और उनकी मां ने उनका साथ दिया।

महेश्वर पेरी की शुरुआती जीवन और सबसे कम उम्र में सीए करने का रिकॉर्ड (Maheshwar Peri’s Early Life):


1991 में, 21 साल की उम्र में, महेश्वर पेरी ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा पास की और देश के सबसे कम उम्र में सीए करने वाले छात्र बने । उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के साथ निवेश बैंकर के रूप में की और उन्होंने अपने सपनों की पूर्ति के लिए मेहनत की।

महेश्वर पेरी का कहना है कि वे नीच से आए थे और उन्होंने उन लोगों को देखा है जो छोटे शहर से आए हैं। उनके करियर की शुरुआत ने उन्हें सिखाया कि मेहनत और संघर्ष से ही सफलता मिलती है।

महेश्वर पेरी जिन्होने खोली थी आईआईपीएम की पोल (Maheshwar Peri who exposed IIPM):

महेश्वर पेरी एक ऐसा नाम है जिन्होंने अपने संघर्ष से एक बड़ा साहस दिखाया और दुनिया के सामने आए धोखाधड़ी के अन्धकार को हटाया। दो दशक पहले, वे आईआईपीएम और अरिंदम चौधरी के द्वारा चलाई जाने वाली शिक्षा के क्षेत्र में कई गलियों को जवाब दिया।

महेश्वर पेरी ने आईआईपीएम बिजनेस स्कूल की रैंकिंग में डेटा और प्लेसमेंट रिकॉर्ड की गड़बड़ी को खोलकर दुनिया के सामने रखा। इसके बाद, आईआईपीएम कॉलेज को बिजनेस स्कूल रैंकिंग में शामिल करने के लिए ब्लैकलिस्ट किया गया। 2005 में, आउटलुक मैगजीन ने आईआईपीएम को सर्वे से बाहर किया था।

2008 में, पेरी ने आउटलुक मैगजीन में एक कॉलम लिखा, जिसमें उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में हो रही गड़बड़ी को दुनिया के सामने लाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि बिजनेस कॉलेज गलत डेटा दिखा रहे हैं और फर्जी विदेशी गठजोड़ कर रहे हैं। उन्होंने आईआईपीएम को भी उच्चारण किया।

इस कॉलम के बाद, पेरी ने एक और कॉलम लिखा, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी एक संस्थान के खिलाफ नहीं था, बल्कि उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की मांग की थी।

कॉलम प्रकाशित होने के बाद, 11-12 संस्थानों ने उनके खिलाफ विरोध किया और कानूनी कदम उठाया। इसके बाद, आईआईपीएम के साथ 6 साल तक लंबी कानूनी लड़ाई चली, जिसके परिणामस्वरूप 2014 में अरिंदम चौधरी ने अपने केस को वापस ले लिया।

विभिन्न अदालतों के फैसलों के बाद, साल 2015 में आईआईपीएम ने अपने सभी कैंपस को बंद करने का फैसला किया। यह घटनाएँ महेश्वर पेरी के विद्यालयीन यात्रा के महत्वपूर्ण हिस्से थे, जिन्होंने उनकी आज की महत्वपूर्ण स्थिति की नींव रखी।

महेश्वर पेरी लेटैस्ट न्यूज़ (Maheshwar Peri’s Latest News):

सोशल मीडिया पर मोटिवेशनल स्पीकरों की टकराहट: संदीप माहेश्वरी और विवेक बिंद्रा

मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी का आरोप:

सोशल मीडिया पर दो मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर और यूट्यूबर की टकराहट चर्चा में हैं। मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी ने एंट्रेप्रेन्योर विवेक बिंद्रा पर घोटाले का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ विवेक बिंद्रा की तरफ से इसका पलटवार वाला वीडियो भी आया है।

महेश्वर पेरी का कहना है कि इस पूरे मामले में पर उनकी नजर 10 दिन में एमबीए कोर्स के जरिये गई। पेरी ने इस कोर्स को पूरी तरह से गैरकानूनी बताया है।

महेश्वर पेरी की रिसर्च:

एजुकेशन प्लेटफॉर्म से जुड़े होने के नाते महेश्वर ने विवेक बिंद्रा की कंपनी की वेबसाइट पर जाकर बैलेंसशीट डाउनलोड कर डेटा को चेक किया। बैलेंस शीट का डेटा देखते ही महेश्वर पेरी का सिर ही घूम गया। एक साल में 172 करोड़ का रेवेन्यू था। दो साल में 308 करोड़ का रेवेन्यू था। इसमें 225 करोड़ फ्रेंचाइजी फीस थी। इसका कनेक्शन मल्टी लेवल मार्केटिंग से था।

इसके बाद उन्होंने विवेक बिंद्रा के डॉक्टरेट के बारे में भी रिसर्च किया। इसके बाद उन्होंने विवेक बिंद्रा के हर महीने 1 लाख से 20 लाख तक के दावे वाले वीडियो को भी देखा। महेश्वर पेरी का कहना है कि यदि वे इतने करोड़ रुपये कमा रहे हैं तो अपने कर्मचारियों को इतनी कम सैलरी क्यों दे रहे हैं। ऐसे में इतना तो तय है कि इसमें कुछ तो गड़बड़ है। महेश्वर पेरी का दावा है कि विवेक बिंद्रा ने लाखों बच्चों के साथ चीटिंग की है।

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FAQ –

1, महेश्वर पेरी का जन्म कब हुआ था?

ans, उनका जन्म अगस्त 1969 को हुआ था।

2,महेश्वर पेरी का शिक्षा प्राप्ति का सफर कैसा रहा?

ans, उन्होंने गणित और अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

3, महेश्वर पेरी ने कैसे अपने करियर की शुरुआत की?

ans. महेश्वर पेरी ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा पास करके निवेश बैंकर के रूप में करियर की शुरुआत की।

4, महेश्वर पेरी ने किस विषय पर अपनी स्नातक की पढ़ाई की?

ans, उन्होंने गणित और अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

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