Chandrakant Sompura Architect- कौन है वो आर्किटेक्ट, जिसने राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया

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अयोध्या में राम मंदिर की डिजाइन बनाने वाले चंद्रकांत सोमपुरा की 15 पीढ़ियां मंदिरों का डिजाइन बनाने का काम कर रही हैं। इस परिवार ने अब तक 200 से अधिक मंदिरों का डिजाइन बनाया है, जिनमें सोमनाथ मंदिर, स्वामीनारायण मंदिर (मुंबई), और बिरला मंदिर (कोलकाता) शामिल हैं।

Chandrakant Sompura Architect- कौन है वो आर्किटेक्ट, जिसने राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया
Chandrakant Sompura Architect- कौन है वो आर्किटेक्ट, जिसने राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया

राम मंदिर के मुख्य आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा

चंद्रकांत सोमपुरा अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य आर्किटेक्ट हैं। उनके परिवार के सदस्यों ने अब तक 200 से अधिक मंदिरों का डिजाइन किया है, और वे अपने परिवार की 15वीं पीढ़ी हैं, जो मंदिरों के डिजाइन में विशेषज्ञता रखती है। सोमपुरा ने मुंबई में स्वामीनारायण मंदिर और कोलकाता में बिरला मंदिर का भी डिजाइन किया है।

आर्किटेक्चर में उनका योगदान

चंद्रकांत सोमपुरा ने मंदिर के डिजाइन के बारे में अपनी विशेषज्ञता का योगदान दिया है और उनके दो बेटे आशीष और निखिल सोमपुरा ने भी इस काम में सहायता की है। चंद्रकांत सोमपुरा ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर के डिजाइन को भी तैयार किया है, जिसका नाम भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण है।

कौन हैं चंद्रकांत सोमपुरा?

चंद्रकांत सोमपुरा एक प्रमिनेंट आर्किटेक्ट हैं, जिन्होंने भारत में विभिन्न मंदिरों के डिजाइन को दुनिया में प्रस्तुत किया है। उन्होंने अपनी 15 पीढ़ियों के जीवन काल में बहुत सारे मंदिरों के डिजाइन बनाए हैं और उनका योगदान आर्किटेक्चर और स्थापत्यकला में महत्वपूर्ण है।

डिजाइन बयान

अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर का डिजाइन देश के प्रसिद्ध वास्तुकार चंद्रकांत बी सोमपुरा ने किया है। इस कार्य में चंद्रकांत के दो बेटों, निखिल और आशीष सोमपुरा ने भी सहयोग किया है। बताया जाता है कि अयोध्या मंदिर के प्रमुख वास्तुकार चंद्रकांत बी सोमपुरा से पहली बार 1989 में विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष अशोक सिंघल ने राम मंदिर के डिजाइन और निर्माण के लिए संपर्क किया था।

टेक्नोलॉजी का उपयोग:

चंद्रकांत बी सोमपुरा के बेटे आशीष सोमपुरा के अनुसार राम मंदिर में कई चीजें पहली बार हुई हैं। वास्तुशिल्प के प्वाइंट से सबसे महत्वपूर्ण मंदिर का डिजाइन ही है। आशीष के मुताबिक राम मंदिर दुनिया का पहला है मंदिर है, जिसके निर्माण से पहले ही उसका 3डी स्ट्रक्चरल एनालिसिस किया गया।

इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर: 

राम मंदिर का इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर भारतीय ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के निर्माण के लिए एक नायाब उदाहरण प्रस्तुत करता है। इसका डिजाइन और निर्माण चंद्रकांत बी सोमपुरा और उनके सहयोगियों ने किया है, और इसे एक महत्वपूर्ण और भव्य परियोजना के रूप में पूरा किया गया है।

इस उपनिवेशादी कार्य के परिणामस्वरूप, 22 जनवरी को रामलला अपने उत्कृष्ट और नवीन महल में विराजमान होंगे, और इस महत्वपूर्ण घटना के दौरान प्रधानमंत्री मोदी समेत 7,000 मेहमान अयोध्या में मौजूद रहेंगे।

मंदिर की स्थिरता और डिजाइन

आशीष ने बताया कि प्राचीन शिल्प शास्त्रों के अनुसार बनाए गए मंदिर की एक स्थिर संरचना होती है, जिसे लंबे समय तक टिके रहने के लिए डिजाइन किया जाता है। यहां इस स्थिरता को पुख्ता करने के लिए पूरी जांच की गई। इस विश्लेषण को सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CSIR) ने किया। मंदिर के डिजाइन के अनुसार, राम मंदिर 25,00 साल तक सुरक्षित खड़ा रहेगा।

निर्माण की विशेषताएँ

नागर शैली में बने राम मंदिर की नींव एक ठोस पत्थर पर खड़ी है। खासतौर पर, पिछले 30 सालों में इकट्ठा की गई अलग-अलग भाषाओं में भगवान राम के नाम को लिखी लगभग दो लाख ईंटों का उपयोग मंदिर के निर्माण में किया गया है।

चंद्रकांत सोमपुरा की दिशा में, मंदिर के ऑरिजनल डिजाइन को और भव्य बनाने के लिए इसमें बदलाव किया गया है। आशीष के अनुसार, मूल रूप से मंदिर में दो मंडपों की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब मंदिर में पांच मंडप बनाए गए हैं।

रामलला का भव्य महल: इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर का नायाब उदाहरण

रामलला का महल एक अद्वितीय इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर का नायाब उदाहरण है। मंदिर 12 फीट की जगत पर खड़ा है और एक ऊपरी चबूतरे पर स्थित है। सीढ़ीदार पांच मंडपों की योजना बनाई गई है, और गरबा गृह के ऊपर वाला शिखर सबसे ऊंचा है, जिसकी ऊंचाई 161 फीट है। मंडप में कुल 300 स्तंभ और 44 द्वार बनाए गए हैं।

आशीष के मुताबिक, राम मंदिर की निर्माण तकनीक और इंजीनियरिंग सटीक है। नींव में सेल्फ-कॉम्पैक्ट कंकरीट का प्रयोग किया गया है, जो बाहरी तापमान के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। राम मंदिर की डिजाइन 6.5 तीव्रता के भूकंप को सहन करने में सक्षम है।

FAQ

1. चंद्रकांत सोमपुरा कौन है?

   – चंद्रकांत सोमपुरा एक प्रमुख भारतीय वास्तुकार है जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर की डिजाइन तैयार की है।

2. चंद्रकांत सोमपुरा के कितने बेटे हैं?

   – चंद्रकांत सोमपुरा के दो बेटे हैं, निखिल और आशीष सोमपुरा, जिन्होंने भी राम मंदिर के डिजाइन में सहायता की है।

3. चंद्रकांत सोमपुरा का कितना अनुभव है?

   – चंद्रकांत सोमपुरा का अनुभव है कि उन्होंने लगभग 200 से अधिक मंदिरों का डिजाइन बनाया है।

4. चंद्रकांत सोमपुरा ने किस मंदिर का डिजाइन किया है?

   – चंद्रकांत सोमपुरा ने स्वामीनारायण मंदिर, सोमनाथ मंदिर, और बिरला मंदिर जैसे प्रमुख मंदिरों का डिजाइन किया है।

5. चंद्रकांत सोमपुरा का डिजाइन कार्य किस शैली में होता है?

   – चंद्रकांत सोमपुरा का डिजाइन कार्य नागर शैली के मंदिरों में होता है, जिसमें वे भारतीय स्थापत्यकला के मास्टर हैं.

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