Atal Setu Bridge: अटल सेतु कहां है ? किन वाहनों को मिलेगी एंट्री कितना होगा टोल, जानिए अटल सेतु ब्रिज की खास बातें

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे बड़े समुद्री पुल, अटल सेतु (एमटीएचएल), का उद्घाटन किया है। यह निम्नलिखित प्रमुख विशेषताओं के साथ एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है.

Atal Setu Bridge: अटल सेतु कहां है ? किन वाहनों को मिलेगी एंट्री कितना होगा टोल, जानिए ब्रिज की खास बातें
Atal Setu Bridge: अटल सेतु कहां है ? किन वाहनों को मिलेगी एंट्री कितना होगा टोल, जानिए ब्रिज की खास बातें

पुल का नाम और महत्व

  • इस पुल का पूरा नाम अटल बिहारी वाजपेई शिवडी न्हावाशेवा अटल सेतु (एमटीएचएल) है, जिसका नाम भारतीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है।

अटल सेतु: विवरण और खूबियां

  • यह पुल भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल होगा, जिसकी लंबाई 21.8 किलोमीटर है।
  • यह 6 लेन वाला रोड ब्रिज है, जिसमें 16.5 किलोमीटर हिस्सा मुंबई के समुद्र के ऊपर और 5.5 किलोमीटर हिस्सा जमीन के ऊपर बना है।
  • इस पुल पर कार चालकों से 250 रुपये का टोल चार्ज लिया जाएगा।

अटल सेतु: समुद्री और सड़कीय संचालन

  • इस पुल के उद्घाटन के बाद, मुंबई से नवी मुंबई की दूरी को सिर्फ 20 मिनट में कम किया जा सकेगा।
  • इसके अलावा, अटल सेतु से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच तेज़ कनेक्टिविटी के साथ साथ पुणे, गोवा और दक्षिण भारत का सफर भी कम समय में तय करने में मदद करेगा।

अटल सेतु: प्रोजेक्ट की लागत

इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 21,200 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिनमें 15,100 करोड़ रुपए कर्ज के तौर पर लिए गए हैं।

अटल सेतु: भारतीय इंजीनियरिंग की उपलब्धि

  • इस पुल का निर्माण ऑर्थोट्रोपीक स्टील डेक तकनीक से किया गया है, जिसमें 500 बोइंग 747 विमान के वजन के स्टील का उपयोग किया गया है।
  • इसके लिए 85,000 मैट्रिक टन ऑर्थोट्रोपीक स्टील का इस्तेमाल हुआ है, जो लगभग 17 आइफिल टॉवर के वजन के बराबर है।
  • इसके अलावा, 9,75,000 घन मीटर क्रंकीट से बना ब्रिज है, जिसमें स्टेचु ऑफ लिबर्टी के निर्माण से छह गुना अधिक क्रंकीट का उपयोग हुआ है।

अटल सेतु के उद्घाटन से हमारे देश का एक नया इतिहास बन रहा है, और यह हमें गर्वित और समृद्धि की ओर बढ़ने का मौका देता है। यह पुल भारतीय समुद्री परिवहन को मजबूत करने का काम करेगा और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।

अटल सेतु के उद्घाटन से हमारे देश की साख को मजबूत करेगा और भारतीय लोगों के लिए एक नया यातायात अवसर प्रदान करेगा। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के सफलता में शामिल सभी लोगों को सलाम करते हैं, जिन्होंने इसे संवारने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।

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FAQ –

1. अटल सेतु का पूरा नाम क्या है?

अटल सेतु का पूरा नाम “अटल बिहारी वाजपेई शिवडी न्हावाशेवा अटल सेतु (एमटीएचएल)” है।

2. अटल सेतु की लंबाई क्या है?

अटल सेतु की लंबाई 21.8 किलोमीटर है।

3. इस पुल पर कार चालकों से कितना टोल चार्ज लिया जाएगा?

इस पुल पर कार चालकों से 250 रुपये का टोल चार्ज लिया जाएगा।

4. अटल सेतु का निर्माण किस तकनीक से किया गया है?

अटल सेतु का निर्माण ऑर्थोट्रोपीक स्टील डेक तकनीक से किया गया है।

5. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत क्या है?

इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 21,200 करोड़ रुपये है, जिनमें 15,100 करोड़ रुपए कर्ज के तौर पर लिए गए हैं।

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